"भारत सुरक्षा के मोर्चे पर भाग्यशाली नहीं, लेकिन बेफिक्र भी नहीं रह सकते: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह"

"भारत सुरक्षा के मोर्चे पर भाग्यशाली नहीं, लेकिन बेफिक्र भी नहीं रह सकते: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह"

 

YouTube video link..... https://youtu.be/ziBjgganv2M


सुरक्षा में सतर्कता, भारत की शक्ति – राजनाथ सिंह का अहम बयान"**

**भारत सुरक्षा के मामले में भाग्यशाली नहीं**  

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की महू छावनी में सैन्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सुरक्षा के मामले में भाग्यशाली नहीं है। उन्होंने भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर लगातार बनी चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश को इनसे सतर्क रहना होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को बाहरी ही नहीं, बल्कि आंतरिक खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है। 

**महू छावनी में सैन्य प्रशिक्षण की महत्ता**  

महू छावनी, जो अपने ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व के लिए जानी जाती है, में तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान – आर्मी वॉर कॉलेज, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और इन्फैंट्री स्कूल मौजूद हैं। यहां के सैन्यकर्मियों के प्रशिक्षण की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री ने इसे युद्ध की तैयारी के समान बताया। उन्होंने कहा कि अनुशासन और समर्पण के साथ किया गया यह प्रशिक्षण देश की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।  

**आंतरिक और बाहरी दुश्मनों पर पैनी नजर रखने की आवश्यकता**  

रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की सीमाएं हमेशा चुनौतियों का सामना करती रही हैं। उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर लगातार खतरों के बीच देश को हर समय सतर्क रहना होगा। उन्होंने सैन्यकर्मियों से आंतरिक और बाहरी दुश्मनों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने की अपील की। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे दुश्मन हमेशा सक्रिय रहते हैं, और उनके खिलाफ समय पर उचित कदम उठाना बेहद जरूरी है।  

**2047 तक आत्मनिर्भर और सुरक्षित भारत का लक्ष्य**  

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर देश बनाने के लिए सेना की भूमिका अहम होगी। उन्होंने कहा कि हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था को इतना मजबूत होना चाहिए कि किसी भी परिस्थिति में हमें सुरक्षा को लेकर समझौता न करना पड़े।  

**सैन्यकर्मियों के समर्पण और जिम्मेदारी की सराहना**  

अपने संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने महू छावनी में मौजूद साफ-सफाई और अनुशासन की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सैन्यकर्मियों के काम के प्रति समर्पण और जिम्मेदारी की भावना पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। रक्षा मंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी।  

**देश की सुरक्षा और सैन्य भूमिका पर महत्वपूर्ण संदेश**  

राजनाथ सिंह का यह बयान भारत की सुरक्षा और सेना की भूमिका को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश है। देश को न केवल बाहरी खतरों से निपटना है, बल्कि आंतरिक चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना है। ऐसे में सेना और अन्य सुरक्षा बलों की सतर्कता और उनकी कड़ी मेहनत का महत्व और बढ़ जाता है।  

**सुरक्षा पर जागरूकता और नागरिकों की भूमिका**  

भारत की सुरक्षा चुनौतियों पर रक्षा मंत्री का यह संदेश हर भारतीय के लिए एक प्रेरणा है कि देश की सुरक्षा केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की प्राथमिकता होनी चाहिए।

0 Response to ""भारत सुरक्षा के मोर्चे पर भाग्यशाली नहीं, लेकिन बेफिक्र भी नहीं रह सकते: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह""

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article