"दिल्ली चुनाव का रिजल्ट बदल कर रख देगा बिहार की राजनीतिक हवा!...."
YouTube video link....https://youtu.be/cholPa16D4Q
"दिल्ली चुनाव का रिजल्ट बदल कर रख देगा बिहार की राजनीतिक हवा!...."
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे अब कुछ ही घंटों में सामने आने वाले हैं, लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल्स ने जो संकेत दिए हैं, उससे बिहार की सियासत में हलचल मच गई है। 5 फरवरी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में यह दावा किया गया है कि बीजेपी दिल्ली में सरकार बना सकती है। यदि नतीजे इस अनुमान के मुताबिक आए तो यह अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका होगा। लेकिन इसका असर केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि बिहार की राजनीति में भी इसका गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है।
बिहार की राजनीति में एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सियासी जानकारों के मुताबिक, दिल्ली चुनाव के नतीजे बिहार में भी अहम भूमिका निभाएंगे। अगर दिल्ली में बीजेपी जीतती है तो बिहार के एनडीए नेताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा। उनका आत्मविश्वास दोगुना हो सकता है और नीतीश कुमार की स्थिति भी कमजोर हो सकती है। राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनती है तो इसका असर बिहार में भी दिखेगा और जेडीयू को बीजेपी के दबाव में आकर नीतीश कुमार से सीएम पद की कुर्सी छीन सकती है।
दिल्ली में बीजेपी की संभावित जीत राजद के लिए भी एक तगड़ा झटका साबित हो सकती है। दिल्ली में बीजेपी की जीत से पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश आएगा और वे बिहार में महागठबंधन के खिलाफ अपनी ताकत दिखा सकते हैं। खासकर, राजद को यह चिंता सता रही है कि महागठबंधन में उनका एकतरफा दबदबा अब चुनौती में पड़ सकता है। राजद की मनमानी पर अंकुश लग सकता है, क्योंकि गठबंधन के भीतर लालू यादव और तेजस्वी यादव का वर्चस्व फिलहाल कायम है, और उनका ही दबदबा सहयोगी दलों पर देखने को मिलता है।
*
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी एकदूसरे पर निर्भर है। राहुल गांधी का रवैया इन दिनों बिहार में भी कुछ अलग दिख रहा है। उन्होंने पिछले कुछ समय में पटना का दौरा किया और जातीय जनगणना पर सवाल उठाए, जो तेजस्वी यादव की प्रमुख मांग है। इसका साफ संकेत है कि यदि राजद ने कांग्रेस पर ज्यादा दबाव बनाया तो राहुल गांधी बिहार में भी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो तेजस्वी यादव के लिए सीएम पद तक पहुंचने का रास्ता काफी कठिन हो सकता है।
दिल्ली में बीजेपी की जीत से सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सियासी समीकरणों में बदलाव देखने को मिल सकता है। बीजेपी अपनी सत्ता की ओर मजबूत कदम बढ़ाएगी और महागठबंधन की ताकत को कमजोर करने की रणनीति पर काम करेगी। वहीं, अगर दिल्ली में केजरीवाल की वापसी होती है, तो इंडिया ब्लॉक को नई उम्मीद मिल सकती है, जिससे विपक्षी एकता को संजीवनी मिल सकती है।
बिहार में अब सभी की नजर दिल्ली चुनाव के नतीजों पर टिकी है, क्योंकि इन नतीजों से बिहार की सियासत में हलचल जरूर देखने को मिलेगी। क्या दिल्ली में बीजेपी जीत हासिल करेगी? क्या इस जीत का असर बिहार में एनडीए और महागठबंधन दोनों पर पड़ेगा? इन सवालों का जवाब जल्द ही मिल जाएगा।
0 Response to ""दिल्ली चुनाव का रिजल्ट बदल कर रख देगा बिहार की राजनीतिक हवा!....""
एक टिप्पणी भेजें