"क्या संजय गांधी के बगल में बनाई जाएगी मनमोहन सिंह की समाधि? चर्चा तेज!"
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क्या संजय गांधी के बगल में बनाई जाएगी मनमोहन सिंह की समाधि? कांग्रेस और सरकार के बीच बढ़ती तकरार"**
**Introduction:**
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का हाल ही में निधन हुआ, और उनके निधन के बाद उनके समाधि स्थल को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद न केवल राजनीतिक तूल पकड़ रहा है, बल्कि कांग्रेस और विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं। आइए जानते हैं कि क्या सच में मनमोहन सिंह की समाधि संजय गांधी के बगल में बनाई जाएगी, या फिर यह सवाल लंबे समय तक अनसुलझा रहेगा।
**मनमोहन सिंह का निधन और अंतिम संस्कार:**
28 दिसंबर 2024 को डॉ. मनमोहन सिंह का दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनका निधन एक युग का अंत था, क्योंकि वे भारतीय राजनीति के सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित प्रधानमंत्री रहे हैं। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, लेकिन उनके समाधि स्थल को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
**संजय गांधी के बगल में समाधि?**
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने हाल ही में राजघाट स्थित समाधि स्थलों का निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने संजय गांधी की समाधि के पास एक क्षेत्र देखा है, जहां मनमोहन सिंह की समाधि बनाई जा सकती है। संजय गांधी की समाधि स्थल दिल्ली के निगमबोध घाट के पास स्थित है, और यह क्षेत्र लगभग 4 एकड़ के दायरे में फैला हुआ है।
**राजघाट में हैं कई महत्वपूर्ण समाधियाँ:**
राजघाट परिसर में विभिन्न राष्ट्रीय नेताओं की समाधियाँ हैं, जिनमें पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उप प्रधानमंत्री के समाधि स्थल शामिल हैं। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण अपवाद भी हैं, जैसे संजय गांधी और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की पत्नी ललिता शास्त्री का स्मारक। मनमोहन सिंह की समाधि का मामला अब इस विवाद में शामिल हो गया है, और कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि उनका समाधि स्थल राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बने, जहां अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि भी स्थित है।
**कांग्रेस की मांग और विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया:**
कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से यह मांग की है कि डॉ. मनमोहन सिंह की समाधि राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बनाई जाए, ताकि उनकी पुण्यतिथि पर देशभर में उन्हें सम्मान दिया जा सके। विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह मनमोहन सिंह के योगदान को सही तरीके से सम्मानित करने में असमर्थ है।
**मनमोहन सिंह की अस्थियाँ यमुना में विसर्जित:**
मनमोहन सिंह की अस्थियाँ उनके परिवार के सदस्यों ने सिख रीति-रिवाजों के अनुसार यमुना नदी में विसर्जित कीं। यह कार्यक्रम मजनू का टीला गुरुद्वारा के निकट हुआ, जहां उनके परिवार के लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर उनकी पत्नी और बेटियाँ भी मौजूद थीं, और एक जनवरी को उनके आधिकारिक आवास पर ‘अखंड पाठ’ का आयोजन किया जाएगा।
**क्या हो सकता है अगला कदम?**
जहां एक ओर मनमोहन सिंह की समाधि स्थल पर विवाद बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार का कहना है कि इसे अंतिम रूप देने के लिए कुछ समय और विचार-विमर्श की आवश्यकता है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे संभावित स्थानों का निरीक्षण जारी रखें और सभी विकल्पों पर विचार करें।
**Conclusion:**
मनमोहन सिंह की समाधि स्थल को लेकर यह मामला अब राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन चुका है। यह देखना बाकी है कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है, और क्या उनकी समाधि को उसी सम्मान के साथ राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर जगह मिलेगी, जैसा कि कांग्रेस और विपक्षी दलों की मांग है।
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