Tejashwi Yadav का खेतों में खुलासा: 'किसानों की पीड़ा, सरकार की खामोशी'!
YouTube video link....https://youtu.be/AK_GtjP7yh8
"तेजस्वी यादव का खेतों में खुलासा: 'किसानों की पीड़ा, सरकार की खामोशी'"
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों अपने कार्यकर्ता संवाद यात्रा में व्यस्त हैं, लेकिन बुधवार को बक्सर जिले से लौटते समय उन्होंने आरा के बिहियां में किसानों से सीधे संवाद किया। खेतों में जाकर किसानों की समस्याओं को सुना और उनके दर्द को साझा किया।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने फेसबुक लाइव किया, जहां उन्होंने कहा, "हम खेत में खड़े हैं और यहां सरसो की खेती हो रही है। यह समझने का मौका मिला कि हमारे अन्नदाता कैसे दिन-रात मेहनत करते हैं, फिर भी उनकी स्थिति बदतर होती जा रही है।"
किसानों से संवाद करते हुए तेजस्वी ने पूछा, "असल मुद्दा क्या है?" जवाब मिला, "महंगाई और बेरोजगारी है।" किसानों ने बताया कि उन्हें फसल की बिक्री में मुश्किलें आ रही हैं और खाद-यूरिया की भी कमी हो रही है। तेजस्वी ने कहा, "नीतीश कुमार कहते हैं कि नीरा बेचिए, लेकिन किसान ताड़ी बेचने की इच्छा रखते हैं क्योंकि नीरा से उन्हें कोई फायदा नहीं होता।"
तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा, "यह डबल इंजन की सरकार किसानों को बर्बाद कर रही है। प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करेंगे, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। एमएसपी पर भी कोई चर्चा नहीं हो रही है। बिहार में मंडी सिस्टम पूरी तरह से खत्म हो चुका है, जिससे किसानों की समस्याएं और बढ़ गई हैं।"
तेजस्वी यादव ने कहा, "हम किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी आवाज उठाते रहेंगे। इस समय सरकार को किसानों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।"
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहियां के खेतों में किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को न सिर्फ सुना, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर भी तीखा हमला किया। तेजस्वी ने कहा, "किसानों को महंगाई और बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हुए।"
तेजस्वी ने किसानों से सीधी बातचीत के दौरान उनके दर्द को समझा और बताया कि आजकल किसान ना तो सही मूल्य पा रहे हैं और ना ही उन्हें जरूरी संसाधन मिल रहे हैं। "किसानों की आय दोगुनी करने का वादा था, लेकिन नतीजा सिफर है," तेजस्वी ने कहा।
यह संवाद न केवल तेजस्वी यादव की राजनीतिक यात्रा का हिस्सा था, बल्कि यह बिहार के किसानों की असली समस्याओं को उजागर करने की एक कोशिश भी थी।
0 Response to "Tejashwi Yadav का खेतों में खुलासा: 'किसानों की पीड़ा, सरकार की खामोशी'!"
एक टिप्पणी भेजें