"ठुमका लगाओ, नहीं तो सस्पेंड! तेज प्रताप यादव के वायरल VIDEO ने मचाया सियासी बवाल"

"ठुमका लगाओ, नहीं तो सस्पेंड! तेज प्रताप यादव के वायरल VIDEO ने मचाया सियासी बवाल"


 YouTube video link....https://youtu.be/CNjZlJj0pZg

### **"ठुमका लगाओ, नहीं तो सस्पेंड!" – तेज प्रताप यादव के वायरल VIDEO ने मचाया सियासी भूचाल**  

**पटना:** बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी बवाल मचा है। इस बार राजद नेता तेज प्रताप यादव अपने एक वायरल वीडियो को लेकर सुर्खियों में हैं। होली के मौके पर सामने आए इस वीडियो में तेज प्रताप एक ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी से कहते दिख रहे हैं – **"ठुमका लगाओ, वरना सस्पेंड कर दिए जाओगे!"** इसके बाद पुलिसकर्मी झिझकते हुए ठुमका लगाता है, और वहां मौजूद लोग हंसते हैं। लेकिन जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो राजनीति गरमा गई। विपक्ष ने इसे कानून व्यवस्था का मजाक बताया, तो वहीं तेज प्रताप ने इसे ‘नफरत का नया रंग’ करार दिया। 

### **वायरल वीडियो ने मचाया तहलका**  

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में तेज प्रताप यादव रंगों से सराबोर नजर आ रहे हैं। उनके चारों ओर समर्थकों की भीड़ है, और इसी दौरान वे ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसवाले से ठुमका लगाने के लिए कहते हैं। जब पुलिसकर्मी हिचकिचाता है, तो तेज प्रताप कहते हैं – **"ठुमका लगाओ, वरना सस्पेंड!"**  


वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी शर्माते हुए ठुमका लगाता है, जिसके बाद वहां मौजूद लोग हंसने लगते हैं। इस वीडियो के सामने आते ही सियासी गलियारों में हलचल मच गई और तेज प्रताप यादव विपक्ष के निशाने पर आ गए।  


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### **बीजेपी का हमला – "ये पुलिस का अपमान है!"**  

वीडियो वायरल होते ही बीजेपी ने तेज प्रताप यादव पर तीखा हमला बोला। 

*"ये बिहार पुलिस का अपमान है। क्या यही लालू यादव के बेटे की राजनीति है? सत्ता के नशे में चूर राजद नेता कानून और प्रशासन का मजाक बना रहे हैं।"*  


वहीं, जदयू प्रवक्ता **नीरज कुमार** ने कहा –  

*"अगर तेज प्रताप यादव सत्ता में होते, तो पुलिसवालों से और क्या-क्या करवाते? ये दर्शाता है कि राजद के नेता प्रशासन को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं।"*  


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### **तेज प्रताप यादव का पलटवार – "बुरा न मानो, होली है!"**  

विवाद बढ़ता देख तेज प्रताप यादव ने भी जवाब दिया। उन्होंने ‘X’ (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा –  


*"बुरा न मानो, होली है… बीजेपी और आरएसएस ने त्योहार में भी नफरत का रंग घोल दिया है। जब सभी लोग होली मना रहे थे, तब इन्होंने इसे मुद्दा बना दिया। देश की जनता जल्द इन्हें सबक सिखाएगी।"*  


इसके साथ ही तेज प्रताप ने एक कार्टून भी शेयर किया, जिसमें बीजेपी को होली के रंगों से डरते हुए दिखाया गया है।  


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### **जनता की राय – 'ये मजाक था या सत्ता की हनक?'**  

इस वीडियो पर जनता की भी मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है। कुछ लोग इसे होली का मजाक मान रहे हैं, तो कुछ इसे सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बता रहे हैं।  


**राहुल शर्मा, पटना** – *"होली के मौके पर हल्के-फुल्के मजाक को मुद्दा बनाना ठीक नहीं। तेज प्रताप ने सिर्फ मजाक किया था, इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।"*  


**सुमन त्रिपाठी, भागलपुर** – *"क्या कोई आम आदमी पुलिस से ऐसा कह सकता है? ये सत्ता का दंभ है। एक ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी को ठुमका लगाने के लिए मजबूर करना गलत है।"*  


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### **क्या है असली मुद्दा?**  

यह पहली बार नहीं है जब तेज प्रताप यादव अपने अजीबोगरीब कारनामों के कारण सुर्खियों में आए हैं। इससे पहले भी वे **कृष्ण रूप धारण करना, घुड़सवारी करना, बांसुरी बजाना और अपनी ही पार्टी के नेताओं से नाराजगी जताने** जैसे कारणों से चर्चा में रहे हैं।  


लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है, क्योंकि इसमें प्रशासन की गरिमा से जुड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। क्या एक ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी को ऐसे मजाक का हिस्सा बनाना उचित था? क्या यह सिर्फ होली के माहौल में कही गई बात थी, या फिर सत्ता की हनक दिखाने का तरीका?  


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### **निष्कर्ष – विवाद का क्या होगा अंजाम?**  

बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर जारी है। विपक्ष तेज प्रताप यादव पर हमलावर है, तो राजद इस मुद्दे को बेवजह तूल देने की बात कह रही है। इस विवाद का राजनीतिक असर क्या होगा, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन इतना तय है कि यह मामला अभी जल्द खत्म होने वाला नहीं है।  


**अब सवाल आपसे –**  

आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? क्या यह सिर्फ एक मजाक था, या फिर प्रशासन का अपमान? हमें कमेंट में बताएं और अपडेट्स के लिए जुड़े रहें *[आपके चैनल/वेबसाइट का नाम]* के साथ।

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