वक्फ संशोधन विधेयक पर गुलाम रसूल बलियावी का विरोधः 'जमीनें हमारे बाप-दादाओं की हैं, सरकार का नहीं है अधिकार'
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**वक्फ संशोधन विधेयक: गुलाम रसूल बलियावी का तीखा विरोध, जमीनों को लेकर उठा सवाल**
**(पंकज नायक)**
**पूर्णिया, बिहार**: बिहार के पूर्णिया में रविवार (02 फरवरी) को तहरीके बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ, जिसमें गुलाम रसूल बलियावी सहित मुस्लिम समुदाय के करीब 20 हजार लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम में वक्फ संशोधन विधेयक और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों को लेकर तीव्र विरोध जताया गया। गुलाम रसूल बलियावी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि **"ये जमीनें हमारे बाप-दादाओं की हैं, न तो ये मुगलों की देन हैं और न ही सरकार इसकी मालिक है।"**
### **वक्फ संशोधन विधेयक क्या है?**
वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाना है, जिससे पारदर्शिता और वित्तीय प्रबंधन में सुधार हो सके। हालांकि विपक्ष और मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यह विधेयक वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर सरकार का नियंत्रण बढ़ाने का एक प्रयास है, जो मुस्लिम समुदाय के हक को नुकसान पहुंचा सकता है।
### **गुलाम रसूल बलियावी का कड़ा विरोध**
पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि **"अगर सरकार ने हमारे बाप-दादाओं की संपत्तियों पर हाथ डाला, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"** उन्होंने यह भी कहा कि **"यह सम्मेलन उसी का ट्रेलर है,"** अर्थात यह विरोध आगे भी जारी रहेगा। बलियावी ने साफ किया कि सरकार की किसी भी कोशिश का मुकाबला किया जाएगा।
### **मुस्लिम समुदाय की चिंताएँ**
कॉन्फ्रेंस के दौरान मुफ्ती जुबैर ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर भी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब पर आए दिन अभद्र टिप्पणियाँ की जाती हैं, और सरकार से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे इन अपराधों को लेकर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए।
### **बलियावी का आरोप: मॉब लिंचिंग और बिना सबूत गिरफ्तारियाँ**
पूर्व सांसद बलियावी ने कहा, **"हर दिन मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आती हैं। मुस्लिम युवकों को बिना किसी ठोस प्रमाण के आतंकवादी के रूप में गिरफ्तार कर लिया जाता है और लंबे समय तक जेल में रखा जाता है।"** उनका कहना था कि इस तरह की घटनाओं से समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बनता है।
### **सरकार का पक्ष**
वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि वक्फ विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के सही प्रबंधन के लिए नये दिशा-निर्देश बनाना है, ताकि इन संपत्तियों का सही तरीके से इस्तेमाल हो सके और उनका लाभ समाज के सबसे वंचित वर्ग को मिले। सरकार का कहना है कि यह विधेयक समाज के सभी वर्गों के हित में है और इसके जरिए किसी भी समुदाय के अधिकारों को नुकसान नहीं होगा।
### **आखिरकार क्या होगा?**
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है और आने वाले समय में इस पर संसद में भी बहस हो सकती है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि अगर सरकार ने वक्फ संपत्तियों पर किसी भी तरह का नियंत्रण करने का प्रयास किया, तो यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। वहीं, कुछ जानकारों का मानना है कि इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन करना है और इसे किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं देखा जाना चाहिए।
**आखिरकार, यह कहना मुश्किल है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के हक में जाएगा या नहीं, लेकिन गुलाम रसूल बलियावी और अन्य मुस्लिम नेताओं का कहना है कि सरकार को पहले अपनी नीयत स्पष्ट करनी होगी।**
**क्या आपके हिसाब से यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है या फिर इसका उद्देश्य सही है?** आप अपनी राय हमसे साझा कर सकते हैं।
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