"कलाकारों पर नीतीश सरकार का तंज़ विजय सिन्हा पर बौखलाए लोग?....."

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"कलाकारों पर नितीश सरकार का तंज़ विजय सिन्हा पर बौखलाए लोग?....."

बिहार के कला और संस्कृति जगत को राज्य सरकार से एक नई सौगात मिलने जा रही है। उपमुख्यमंत्री और कला-संस्कृति मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम योजनाओं का ऐलान किया, जिनसे राज्य में कला और कलाकारों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। राज्यभर के कलाकारों को उचित सम्मान और प्रशिक्षण देने के लिए सरकार अब एक मजबूत संरचना तैयार करने जा रही है।

विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि राज्य के कलाकारों की ग्रेडिंग की जाएगी, जिससे हर कलाकार को उनकी कला के हिसाब से पहचान मिलेगी। इसके साथ ही, राज्य के 38 जिलों में पहली बार वसंतोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जो राज्य की कला और संस्कृति को नए आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके अलावा, मकर संक्रांति उत्सव की शुरुआत भी हुई है। वसंतोत्सव के लिए सभी जिलों को कला-संस्कृति विभाग ने 2-2 लाख रुपये जारी किए हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर उत्सवों का आयोजन हो सके। 

विजय कुमार सिन्हा ने यह भी बताया कि विभाग ने राज्य की विशिष्टताओं और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई नए सांस्कृतिक उत्सवों की शुरुआत की है। इनमें मैथिली, मगही, अंगिका, बज्जिका और भोजपुरी भाषा-भाषी संस्कृति को केंद्रित पंचामृत महोत्सव, सिमरियाधाम महोत्सव और किउल महोत्सव शामिल हैं। यह आयोजन बिहार की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेंगे। 

सिन्हा ने यह भी घोषणा की कि बिहार में फिल्म और नाट्य विधाओं को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति को लागू करने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में पहल की गई है। इसके तहत एफटीआई पुणे का क्षेत्रीय केंद्र और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की शाखा बिहार में स्थापित की जाएगी। इससे राज्य के युवाओं को फिल्म और नाट्य कला में प्रशिक्षण मिल सकेगा।

राज्य में कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में अटल कला भवन की स्थापना की जाएगी। यह कला भवन हर जिले के लिए सांस्कृतिक पुनर्जागरण का केंद्र बनेगा, जहां कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन और प्रशिक्षण का मौका मिलेगा। इसके साथ ही, लोक और शास्त्रीय कला के कलाकारों को वित्तीय प्रोत्साहन देने की योजना भी बनाई गई है, जिससे कलाकारों को अपने काम में और अधिक उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

: बिहार सरकार की ये पहलें राज्य के कलाकारों को नई पहचान और सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे ये प्रयास न केवल राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने में मदद करेंगे, बल्कि आने वाले समय में बिहार को कला के क्षेत्र में एक प्रमुख पहचान दिलाने में भी सहायक होंगे।

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