प्रकृति के कहर ने  ली 20 लोगों की जान !..

प्रकृति के कहर ने ली 20 लोगों की जान !..


 YouTube video link.....https://youtu.be/txalI3XwciA

बिहार में बुधवार की अहले सुबह प्रकृति का कहर बनकर टूटी बारिश और वज्रपात ने कहर बरपा दिया। तेज हवाओं के साथ हुई मूसलधार बारिश के बीच आसमान से गिरती बिजली ने 20 लोगों की जान ले ली, जबकि 13 अन्य लोग झुलसकर घायल हो गए। आपदा ने राज्य के सात जिलों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। बेगूसराय और दरभंगा में सबसे अधिक पांच-पांच लोगों की मौत हुई। मधुबनी में तीन, समस्तीपुर, सहरसा और औरंगाबाद में दो-दो तथा गया में एक व्यक्ति की जान गई।  


बेगूसराय जिले में वज्रपात के कारण सूजा गांव निवासी पचास वर्षीय पंकज महतो, भगतपुर वार्ड-चार के बिरल पासवान, मानोपुर मुसहरी की 13 वर्षीया अंशु कुमारी, सिहमा वार्ड-चार के 79 वर्षीय जनार्दन महतो और सनहा पश्चिम की इंदिरा देवी की मौत हो गई। वहीं पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिनका इलाज बेगूसराय सदर अस्पताल में चल रहा है।


दरभंगा में भी मौत का मंजर कम भयावह नहीं था। बिरौल क्षेत्र के कटैया निवासी 68 वर्षीय जवाहर चौपाल, महमूदा गांव के 10 वर्षीय सत्यम कुमार और अलीनगर थाना के लीलपुर की 52 वर्षीय शमीना खातून की जान वज्रपात ने ले ली। शमीना उस समय खेत में गेहूं की थ्रेशरिंग करा रही थीं। उनका पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया जिसे डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा घनश्यामपुर में कनकी मुसहरी निवासी 18 वर्षीय हरिश्चंद्र सदा और बौराम निवासी 22 वर्षीय राहुल कुमार चौपाल की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।


राज्य के अन्य जिलों में भी वज्रपात की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गई। मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, औरंगाबाद और गया से भी एक के बाद एक दुखद खबरें आती रहीं। इन घटनाओं ने पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ा दी।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आपदा पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताते हुए कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का आदेश दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए और पीड़ितों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए।


प्राकृतिक आपदा के इस भयानक दृश्य ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मौसम की मार कितनी भयावह हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, बिजली गिरने की घटनाएं अब अधिक तीव्र और व्यापक हो रही हैं, जिससे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने लोगों से खराब मौसम के दौरान खुले में ना रहने की अपील की है, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

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