बिहार में पेपर लीक के बढ़ते मामलों से बच्चों के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़ ?....

बिहार में पेपर लीक के बढ़ते मामलों से बच्चों के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़ ?....


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बिहार में परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने की घटनाएं लगातार सुर्खियों में बनी रहती हैं। ताजा मामला सीतामढ़ी जिले से सामने आया है, जहां सरकारी स्कूलों में वार्षिक परीक्षा के दौरान गणित का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया और तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।  


सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) के निर्देश पर डुमरा प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमेश महतो ने साइबर थाने में यह मामला दर्ज कराया। दर्ज एफआईआर में नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-41 में संचालित एक निजी कोचिंग संस्थान 'परफेक्ट एजुकेशन सेंटर' के संचालक सरफराज शाहिल को इस मामले में आरोपित किया गया है। प्रधानाध्यापक ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की वार्षिक परीक्षा चल रही थी और परीक्षा के आयोजन से पूर्व ही कक्षा 6 और 7 के गणित विषय का प्रश्न पत्र सरफराज ने अपने यूट्यूब चैनल "प्वाइंट ऑफ स्टडी एसटीएम" पर अपलोड कर दिया।  


गणित विषय की परीक्षा 12 मार्च को दूसरी पाली में आयोजित की जानी थी, लेकिन परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र लीक कर दिया गया, जिससे परीक्षा की गोपनीयता भंग हो गई। परीक्षा का मूल प्रश्न पत्र वायरल हुए प्रश्न पत्र से मिलान किया गया, जिसमें यह पुष्टि हुई कि दोनों एक समान थे। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। हेडमास्टर ने आरोपी कोचिंग संचालक पर न सिर्फ प्रश्न पत्र लीक करने का आरोप लगाया है, बल्कि अवैध रूप से कोचिंग चलाने का भी मामला दर्ज कराया है।  


इस घटना के बाद जिले में प्रश्न पत्र लीक को लेकर हड़कंप मच गया। कक्षा 1 से 8 तक के प्रश्न पत्र लीक होने की खबर के बाद 19 मार्च को होने वाली 11वीं की अंग्रेजी की परीक्षा का प्रश्न पत्र भी यूट्यूब पर वायरल होने की चर्चाएं पूरे दिन चलती रहीं। इसके अलावा, मंगलवार को आयोजित गणित और भूगोल की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी लीक होने की अफवाहें सामने आईं। हालांकि, माध्यमिक शिक्षा डीपीओ रिशु राज सिंह ने इस मामले की पुष्टि नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  


इससे पहले 17 मार्च को डुमरा प्रखंड के बरियारपुर स्थित एक अन्य निजी कोचिंग संस्थान द्वारा कक्षा 1 से 8 तक के प्रश्न पत्र लीक करने का मामला भी सामने आया था। इस मामले में शिक्षा विभाग के निर्देश पर आदर्श मध्य विद्यालय बरियारपुर के प्रधानाध्यापक ने संबंधित कोचिंग संचालक के खिलाफ साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। लगातार सामने आ रहे पेपर लीक के मामलों ने शिक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति यह संकेत देती है कि परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

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